क्या है परेशानी?
पुर्णिया- सहरसा रेलखंड पर ट्रेनों का घोर अभाव है, जो ट्रेनें चल रही है उनकी भी समय सारणी ठीक नहीं है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव दैनिक यात्रियों पर पड़ता है। सहरसा से पुर्णिया जानेवाली सड़क की भी स्थिति भी बहुत खराब है इसलिए यात्रियों की समस्या और बढ़ जाती है। पुर्णिया कोर्ट
स्टेशन पर वाशिंग पिट की मांग कई वर्षों से हो रही है, पिछले DRM ने इसके लिए प्रस्ताव भी दिया था लेकिन अब यह योजना फिर से ठंडे बस्ते में चली गई है। राज्यरानी और जनहित एक्सप्रेस का विस्तार भी पुर्णिया तक करने की मांग लगातार इस क्षेत्र की जनता द्वारा की जा रही है। दूसरी तरफ इस रूट से दिल्ली की इकलौती ट्रेन हमसफर एक्सप्रेस के भी मार्ग परिवर्तन की चर्चा है जिससे इस क्षेत्र के लोगों में काफी निराशा है।
युवाओं के नेतृत्व में सौंपा गया मांगपत्र
20 जनवरी को समस्तीपुर रेल मंडल के DRM जब मधेपुरा पहुंचे तो रेल के लिए संघर्षरत युवाओं ने आशुतोष रमण के नेतृत्व में DRM को कई समस्याओं से अवगत कराते हुए मांगपत्र सौंपा। जिसमे निम्नलिखित मांगे प्रमुख हैं
- सहरसा से पुर्णिया के बीच अविलंब पैसेंजर ट्रेनों की शुरुआत हो।
- सहरसा से पटना तक चलने वाली जनहीत और इंटरसिटी एक्सप्रेस का पुर्णिया कोर्ट तक विस्तार।
- कोशी एक्सप्रेस के समय सारणी में सुधार।
- मीटर गेज की लोकप्रिय ट्रेन GL एक्सप्रेस का परिचालन पुनः शुरु हो।
- चंपारण हमसफर एक्सप्रेस का परिचालन वाया पुर्णिया, सहरसा ही जारी रखा जाय।
मधेपुरा- पुर्णिया विद्युतीकरण कार्य का शुभारंभ
इस बीच एक अच्छी खबर यह है की कोशी- सीमांचल के इस महत्वपूर्ण रेलखंड पर जल्द ही इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का परिचालन हो सकेगा। समस्तीपुर रेल मंडल के DRM अशोक माहेश्वरी ने मधेपुरा से पुर्णिया तक विद्युतीकरण कार्य का भी उद्घाटन किया। DRM ने उम्मीद जताया कि अक्टूबर माह तक इस रेलखंड का विद्युतीकरण समेत सिग्नल से जुड़े सभी कार्य पूरा कर लिया जाएगा जिसके बाद सहरसा- मधेपुरा- पुर्णिया रेलखंड पर सुचारू रूप से रेल परिचालन हो सकेगा।
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