गुजरात के साबरमती रिवर फ्रंट के तर्ज पे बिहार के गोपालगंज जिले में नारायणी रिवर फ्रंट का निर्माण किया जा रहा है। गंडक नदी के किनारे डुमरिया घाट पर लगभग 8.50 करोड़ की लागत से इसका निर्माण हो रहा जिसे जून 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा।
रामघाट और सिताघाट के नाम से दो फ्रंट लगभग तैयार
डुमरिया घाट पे 60 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा दो घाटों का निर्माण अंतिम चरण में हैं। रामघाट और सीताघाट के नाम से दोनों घाटों को काफी आकर्षक तरीके से बनाया गया है। दोनों ही घाटों पर हाई मास्ट लाइट और एल ई डी लाइटिंग के अलावा पेयजल, चेंजिंग रूम और शौचालय की भी सुविधा रहेगा। हाइवे से घाट तक पहुंचने हेतु सर्विस रोड का निर्माण भी किया जा रहा है, साथ ही सूचना कक्ष भी बनाया गया है।
बनाये जाएंगे छोटे छोटे पार्क और पाथ वे
नदी के किनारे छोटे छोटे पार्क बनाकर घाटों को आकर्षक बनाया जाएगा। पर्यटकों के पैदल चलने के लिए अलग से पथ का निर्माण किया जाएगा। 50 लाख की लागत से सुरक्षा घेरा का निर्माण भी किया जा रहा है।
विद्युत शवदाह गृह और जलपोत के लिए प्लेटफार्म के निर्माण की भी है योजना।
डुमरिया घाट के विकास हेतु यहाँ आठ चरणों में विभिन्न योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके अंतर्गत यहां विद्युत शवदाह गृह, जलपोत प्लेटफार्म सहित कई तरह जनसुविधा प्रदान की जाएगी।इस रिवर फ्रंट की आधारशिला 5 दिसंबर 2019 को पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी द्वारा रखी गयी थी।
भगवान श्री राम ने किया था यहां स्नान
ऐसी मान्यता है कि स्वयं भगवान राम ने इस घाट पर स्नान किया था। वनवास के बाद अयोध्या लौटने के क्रम में श्री राम ने यहाँ स्नान किया था, इसलिए यह घाट आस्था का एक प्रमुख केंद्र माना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहाँ बहुत बड़ा मेला का भी आयोजन होता है।
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